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अब्दुल्लाह स्कूल

Abdullah School

माँ की गोद ही बच्चे की पहली पाठशाला होती है। हालाँकि, स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की मजबूत नींव रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और एक छात्र की रुचि, आदत, चरित्र और सर्वांगीण व्यक्तित्व को निर्धारित करने में प्रभावशाली होते हैं।


अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की ओल्ड गर्ल्स एसोसिएशन, महिला कॉलेज ने 1957 में डॉ. शेख अब्दुल्लाह साहब (जिन्हें पापा मियाँ  के नाम से जाना जाता है) के 80वें जन्मदिन के अवसर पर प्राप्त दान से इस नर्सरी स्कूल की स्थापना करके प्रारंभिक बाल विकास के लिए अपना समर्पण  व्यक्त किया    वह  केवल अलीगढ़ में महिला कॉलेज के संस्थापक थे, बल्कि महिला शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी थे। उनके सम्मान में स्कूल का नाम अब्दुल्लाह  नर्सरी और प्राइमरी स्कूल रखा गया है।


प्रथम वर्ष (जुलाई 1957 से जुलाई 1958) के सफल समापन के बाद अगस्त 1958 से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने स्कूल का प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया। नर्सरी स्कूल की निरंतर सफलता ने विश्वविद्यालय अधिकारियों को इसके पक्ष में निर्णय लेने एवं सत्र 1959 60 से प्राथमिक कक्षाएं कक्षा 5 तक शुरू करने के लिए प्रेरित किया।  कक्षा एक के लिए आयु 5 से 7 साल के मध्य होनी अनिवार्य है।

सत्र 2018-19 तक यह विद्यालय दो पालियों में चलता था। अब सत्र 2019-20 से दोनों पालियों का विलय कर दिया गया है। अब्दुल्लाह  स्कूल का समय सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक है।