logo

Finance Office

वित्त अधिकारी के पटल से

वित्त अधिकारी के पटल से

विश्वविद्यालय का वित्त एवं लेखा विभाग विश्वविद्यालय प्रशासन का अभिन्न अंग है जिसके बिना विश्वविद्यालय के सुचारु संचालन की शायद ही कल्पना की जा सकती है। वित्त अधिकारी न्यास निधि, अक्षयनिधि एवं विश्वविद्यालय के सभी चल और अचल संपत्तियों का संरक्षक है। वित्तीय लेनदेन के सुचारू निर्वहन एवं पारदर्शिता तथा सटीकता के अनुरक्षण हेतु, वित्त और लेखा विभाग को विभिन्न अनुभागों में विभाजित किया गया है, जो विभिन्न संयुक्त/उप वित्त अधिकारियों के नेतृत्व में कार्य करते हैं। प्रत्येक अनुभाग का अपना निर्धारित कार्य होता है और वित्त एवं लेखा विभाग के अन्य अनुभागों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों/कार्यालयों/कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित कर स्वतंत्र रूप से कार्य करता है। यह विश्वविद्यालय के तौर-तरीकों और साधनों की स्थिति पर भी निरंतर निगरानी रखता है और विश्वविद्यालय के निवेश का प्रबंधन करता है। विभाग किसी भी कार्यालय/विभाग पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना अपने कर्तव्यों का कुशल और पारदर्शी तरीके से निर्वहन कर रहा है। अपने आंतरिक लेखापरीक्षा कार्यालय के माध्यम से, यह विश्वविद्यालय के वित्तीय लेनदेन पर पर्याप्त जांच करता है और राजस्व व अन्य प्राप्तियों/ व्ययों से संबंधित विभिन्न अभिलेखों की जाँच करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राजस्व में किसी त्रुटि एवं क्षति के बिना खातों का उचित ढंग से अनुरक्षण किया जा सके।

मैं, विभाग का प्रमुख होने के नाते, नियमों और विनियमों का पूरी तरह से पालन करने के लिए पूरी क्षमता से प्रयास करता हूँ एवं विभाग के अपने सहयोगियों से भी इसकी अपेक्षा करता हूँ। मैं और मेरे सहयोगी नियमों का सख्ती से अनुपालन करते हुए सदैव छात्रों/पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के वित्तीय मामलों को हल करने हेतु इच्छुक एवं तैयार रहते हैं। इस कार्यालय के सुचारू, पारदर्शी और कुशल कामकाज के लिए विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों, छात्रों और कर्मचारियों का सहयोग भी अत्यंत आवश्यक है।